मंगलवार, 15 अक्तूबर 2013

परिवहन में पशुओं की भूमिका



भारत के ६ लाख गांवों में से बहुतों में यातायात योग्य डामरवाली सड़कें नहीं हैं । पहाड़ी क्षेत्रों में जहाँ घोड़े कदम नहीं रख सकते, बैल आसानी से गाड़ियाँ खींच सकते हैं ।

बैलगाड़ी की श्रेष्ठता :

बैलगाडि

बैलगाडि

विश्व के विशालतम रेललाइन समुह भारतीय रेलवे ने वर्ष २००४-०५ में ५५.७ करोड़ टन माल ढोया । इसी वर्ष बेचारी बैलगाड़ियों ने २७८.५ करोड़ टन माल की ढुलाई की ।
इसी वर्ष रेलों में ५११.२ करोड़ लोगों ने यात्रा की, जबकी बैलगाड़ियों पर २०४४.८ करोड़ लोग चढ़े ।
बैलों ने बिना आहार-पानी के १४ टन माल २४ घंटे बिना रुके ढ़ोया है ।
सबसे खास बात है, बैलगाड़ियां वायु या ध्वनि प्रदूषण नहीं फैलातीं ।

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