बुधवार, 18 दिसंबर 2013

आज भी पेट्रोलियम उत्पादों के अचानक संकट पर वैकल्पिक कृषि व्यवस्था गाय ही है

आज भी पेट्रोलियम उत्पादों के अचानक संकट पर वैकल्पिक कृषि व्यवस्था गाय ही है 
+ 1 अरब 2 5 करोड़ जनसँख्या का यह देश पेट्रोल संकट के कारण अन्न उत्पादन के लिए हल में बैल इतनी बड़ी मात्रा में अचानक कहाँ से लायेगा ?
+ पेट्रोल के उत्पादों पर निर्भर कृषि व्यवस्था महंगी व भूमि कि उर्वरा शक्ति को नष्ट कर रही है
+ पेट्रोल न मिलने पर तो देश में भुखमरी कि स्थति पैदा होगी l
+ खेती में हल के लिए सस्ते बैल, अनाज लाने और ले जाने के लिए बैलगाड़ी , सिंचाई के लिए रहट खेती में कीड़े मरने के लिए हानि रहित राख गोबर से खाद व् गैस सरल और सस्ते दरों पर गाय ही उपलब्ध करा सकती है।अभी शेष है।
+ गाय के विनाश से गरीब व कम भूमि के किसान को महंगी कृषि -व्यवस्था अपनानी पड़ती है जिस में असफल रहने पर किसान आतमहत्या करने में विवश है
+ भारत के राजनेता गाय के प्रति अपनी सदभावना रखें
+ गाय - वंश समूची मानवता की रक्षा करता है
+ विकसित देशों में वैज्ञानिक गाय कि ही देन हैं
+ गाय के दूध का अधिक उत्पादन भारत कि भावी पीढ़ी को और गाय -वंश का विकास गांव कि अर्थ -व्यवस्था को सुदृढ़ बनाता है

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