मंगलवार, 5 अगस्त 2014

!!गौ हत्या को यदि रोकना ही है तो लोगों को गाय के लिए जागरूक करना होगा!!

जय गौमाता जय गोपाल

जो समझदार लोग हैं वे अब तक समझ गए होंगे कि सरकार की तरफ से गौ हत्या नहीं रूक सकती है, क्योंकि गौ हत्या में आम जनता का बहुत बड़ा योगदान है। अब तक बहुत से लोगों ने राजनीतिक लाभ के लिए गौ हत्या को रोकने का मकसद बनाकर कई महासम्मेलन व आंदोलन किए हैं। परंतु मकसद पुरा होने पर लोग गौ हत्या को रोकने के चक्कर में अपने सिर पर मुसिबतों का पहाड़ नहीं उठाना चाहते हैं।

गौ हत्या को यदि रोकना ही है तो लोगों को गाय के लिए जागरूक करना होगा। आम जनता को महसूस कराना होगा कि गाय कितनी जरूरी है।

बच्चे गाय को जानने के बजाए मुर्दा मशीनों के बारे में पढ़ते हैं। शिक्षा पद्धति को नियंत्रण में लाना होगा ताकि बच्चे भी बड़े होने पर गौ पालन अवश्य करें।

डेयरी उद्योग को नियंत्रण में लाना होगा जिससे की दूध खरीदने के बजाए गौ पालन फायदेमंद व सुविधाजनक हो।
सरकार द्वारा खाद पर दी जाने वाली सबसिडी को बंद करना होगा जिससे खाद की किमत लोगों को समझ में आएगी।

सरकार द्वारा तेल पर दी जाने वाली सबसिडी को बंद करवाना होगा जिससे की बैलों की किमत लोगों को समझ आएगी।
गौ हत्या को रोकने के उपायों के लिए बुद्धिजीवियों से मदद माँगनी चाहिए न कि कुछ लोगों द्वारा महासम्मेलन करने से गौ हत्या रूकेगी। क्योंकि अब तक बहुत से महान लोगों ने कई आंदोलन करवा दिए परंतु परिणाम कुछ नहीं आया।

कुछ मूर्ख प्राणी कहते हैं कि गौ हत्या को रोकने के लिए हिंदू शेरों को तलवार उठानी पड़ेगी। जब आम हिंदू गौ हत्या में शामिल है, सरकार की नीतियाँ गौ हत्या की मुख्य वजह बन रही है तो ऐसी स्थिति में यदि युवा लड़ना भी चाहें तो सिर्फ गौ तस्कर तक ही पहुँच पाएँगे। कत्ल खानों से तो लड़ाई हो ही नहीं पाएगी।

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