शुक्रवार, 22 अगस्त 2014

किसी को कष्ट मत दो ...

किसी को कष्ट मत दो

चार दिन की जिंदगी में भी अगर आप किसी को [चाहे वह पशु-पक्षी ही क्यों न हों] कष्ट दे रहे हैं तो इससे ज्यादा शर्मनाक बात कोई नहीं है\
अगर आप किसी को सुख नहीं दे सकते तो दुःख भी मत दीजिये
यदि मेरे मांस खाने से मेरे किसी भाई को कष्ट होता है तो मैं संसार की अंतिम स्थिति तक केवल मांस खाना ही नहीं छोड़ता बल्कि यह भी चाहता हूँ कि मुझसे किसी तरह भी किसी भी भाई को कष्ट न पहुंचे
इसलिए आप सब से गुजारिश है की कृपया मांस न खाएं\

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें