रविवार, 30 मई 2021

गौरक्षा के लिए कौन क्या कर रहा है इसके बारे में सोचने से अच्छा है कि हम यह सोचें कि हम गौरक्षा के लिए क्या कर रहे हैं

गौरक्षा के लिए कौन क्या कर रहा है इसके बारे में सोचने से अच्छा है कि हम यह सोचें कि हम गौरक्षा के लिए क्या कर रहे हैं -आज क्या किया और कल इससे भी बेहतर कैसे कर सकते हैं -
गौमाता के नाम पर अच्छा करने वालों के साथ बहुत अच्छा होता है और गलत करने वालों के तंबू भी उखड़ जाते हैं -
जो गौवंश सदियों से भारत का रक्षक रहा है  दुर्भाग्य से आज उसे आपके सहारे की जरूरत है - चंदा देने का मन नहीं है तो बिल्कुल मत दो पर किसी भी गौशाला के उत्पाद तो खरीदो ।
सच मानना मित्रो , गौमाता किसी का अहसान अपने सिर पर नहीं रखती - सौ गुना करके वापस लौटा देती है । बेशक आजमा कर देख लो - 


रविवार, 16 मई 2021

गाय अब सजावट की वस्तु बनती जा रही है !

समय बदल रहा है !
  गाय अब सजावट की वस्तु बनती जा रही है ! 
       मनुष्य को चाहिए कि जिस गाय को हम गौ माता मानते हैं और उसकी पूजा-अर्चना करते हैं, उस गौ माता को बचाने का संकल्प सभी को लेना चाहिए, खास कर बिच्छू के डंक से न डरते हुए भी जीव मात्र पर दया करने वाला, उसे डूबने से बचाने वाले सनातन हिन्दू समाज को जो मानव जीवन और प्रकृति तथा पर्यावरण की दृष्टि से भी अति महत्वपूर्ण है। 
   गाय बचेंगी तभी देश बचेगा, राष्ट्र बचेगा और हम सब भी जी पाएंगे। 
   अत: हम सब यह संकल्प लें कि हम हर हाल में गाय की रक्षा करेंगे और पर्यावरण को प्रदूषित करने वाली पॉलिथिन का उपयोग न करके गायों को जीवनदान देने के साथ-साथ हम अपना योगदान देकर हर प्राणिमात्र की रक्षा का संकल्प करेंगे। 
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