शनिवार, 28 मार्च 2015

रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाये

श्रीराम साक्षात धर्म हैं। राम आनंद हैं। राम ब्रह्म हैं। राम चरित्र हैं। यही नहीं इस राष्ट्र का अर्थात हमारे भारत का चरित्र श्रीराम हैं।
यदि विश्व में एकता आ सकती है तो उसका मार्ग अध्यात्म की ही गली से जाता है।
आज हम जो भी हैं, वह अपनी सोच, विचार और चिंतन का परिणाम है। अध्यात्म से शुद्ध अंतःकरण का निर्माण होता है। अध्यात्म से हम अपने स्वभाव की ओर लौटते हैं।
मनुष्य का स्वभाव है कि वह दुख नहीं चाहता, चिंता नहीं चाहता, वह स्वतंत्र, स्वावलंबी, प्रसन्न और सुखी रहना चाहता है।
इस परम आनंद का मार्ग भी अध्यात्म है।

श्री रामनवमी की आपको एवं आपके समस्त परिवार को हार्दिक शुभकामनायें और ढेरों बधाइयाँ.
श्रीराम...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें