वन्दे गो मातरम....!!
"विश्व दूध दिवस" पर विशेष लेख अवश्य पढ़ें
आज "विश्व दूध दिवस" है इसलिये काले दूध की हकीकत जाननी जरूरी है सबसे पहले WHO की रिपोर्ट है कि भारत मे 68% दूध नकली है जिसके कारण भारत मे 2025 तक लोगो मे भयंकर बीमारिया होने वाली है दूसरा सिकर जिले में साढ़े तीन लाख लीटर दूध गाये व अन्य पशुओं के प्रतिदिन का उत्पादन होता है और खपत है 7 लाख लीटर की अब समझ लो काले दूध की हकीकत ये ही नही इसके साथ मावा,घी,पनीर,दही व छाछ सभी वस्तुएं नकली केमिकल से बनाई जाती है और सब लोग खा रहे है और बीमारियों को निमंत्रण दे रहे।
उपाय क्या है......?
सबसे पहले तो जिस परिवार के घर मे गाय रखने की व्यवस्था है वो गाय रखे और शुद्ध दूध प्राप्त करे इसके अलावा सभी गो वर्ती बने संकल्प ले कि में भारतीय वेद लक्षणा गाय का दूध अथवा दूध से निर्मित अन्य चीजें ग्रहण करूँगा अन्यथा सादा रोटी व सब्जी खाऊंगा ....... हमने कभी शुद्ध वस्तू की मांग ही नही की भारत मे जीतने शराबी है उससे आधे भी गो वर्ती बन जाये तो गली गली में शुद्ध दूध मिलने लग जाये...... पर नही नकली मंजूर है,बीमारी मंजूर है,होटल मे पैसे बर्बाद करना मंजूर है,भयंकर बीमारी से पूरे परिवार में बिखराव मंजूर है.......पर शुद्ध भोजन प्राप्त हो उसके लिये एक विचार करना भी मंजूर नही है......इसे ही तो कलयुग कहते है।
गाय नही पालेंगे खेती नही करेंगे
तो कैसे शुद्ध आहार प्राप्त करेंगे
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