जय हो गायों के गोपाल की.....
गोपअष्टमी क्यों मनाई जाती है......??????
आज ही के दिन भगवान श्री कृष्ण ने और उनके सखा गोप बालको ने पहली बार गौ माता को प्रातः उठकर चराना आरंभ किया था .... .....उनकी इस लीला के प्रथम दिवस को गोपष्टमी के रुप में मनाया जाता है........
शायद ही सभी को पता हो भगवान श्री कृष्ण जब तक ब्रज में रहे उन्होने कभी भी अपने चरणों मे पादुका अर्थात चप्पल नही धारण की........ पता है क्यों ????? ???? क्योकी ......
जब गौ को चराने के लिये ले जाते समय मैया यशोदा जी अपने नन्हे से लाला के चरणों में पादुका धारण करवाने लगी तो प्यारे से श्याम सुंदर ने मैया से कहा- " मैया मै अपनी गौ माता से बहोत प्रेम करता हुँ और मैया जब वो चप्पल नहीं धारण करती है तो मैं पादुका कैसे धारण कर लु...." मैया ने प्यारे लाला को बहोत समझना ने का प्रयास किया.... पंरतु प्यारे श्यामसुंदर अपनी ही बात से तनीक भी न हिले उन्होने ब्रज में कभी भी पादुका धारण नही की.... उनके गौ प्रेम के कारण ही उनका एक नाम गोपाल पडा.......
जय हो गायों के गोपाल की जय हो
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