गायका दूध बढ़ानेके उपाय
१. प्रतिदिन हरी ताजी घास पेटभर खिलाना।
२. दूध दुहकर उसीको पिला देना।
३. गुड़ एक भाग और जी तीन भाग एक साथ पकाकर रोज खिलाना। ४. गोभी और पत्ता गोभीको पत्तियाँ खिलाना।
५. पपीते के कच्चे फल और पपीतेको पत्ती पोसकर गुड़ मिलाकर खिलाना। खिलाना।
६. सनके फूल, महुआके फूल, पास और गुड़ जलमें उबालकर
७. ऊखकी गंदेरी या ऊखका रस निकाल लेनेपर बचा हुआ कूचा खिलाना।
८. तोसीकी खल और उबाला हुआ मटर खिलाना।
९. किसारीकी दालके साथ गेहूँ उबालकर खिलाना।
१०. गुबार खूब पकाकर या रातभर जलमें भिगोकर खिलाना।
११. गुड और काँजी मिलाकर खिलाना।
१२. घी, मैदा और गुड़ मिलाकर पकाकर खिलाना। इससे खूब दूध बढ़ता है।
१३. बोजवाले केलेको चावलके साथ उबालकर खिलाना।
१४. पके या कच्चे बेलको उबालकर खिलाना।
१५. पलास और सेमलके फूल खिलाना।
१६. प्रसवके तीसरे दिन उड़दका दलिया आधा सेर, नमक एक सटीक, हल्दी आधी छटाँक और पीपलका चूर्ण एक छटाँक इन सब चीजोंको मिलाकर पानी में पका लेना चाहिये और फिर उसमें पावभर गुड़ मिलाकर कुछ गरम-गरम ही संध्याके समय गायको खिलाना चाहिये।
इससे दूध बहुत बढ़ता है।
१७. गिलोयको पत्ती और उसको बेल खिलानेसे भी दूध बढ़ता है।
१८. जीरा १० भाग, नमक १० भाग, सौफ १० भाग, लौंग ५ भाग, सफेद चन्दन २ भाग, फिटकिरी
१ भाग और नाइट्रेट आफ पोटाशियम १ भाग-इन सब चीजोंकी कूटकर रखे और सुबह- शाम दोनों वक्त एक-एक मुट्ठी गायके दानेके साथ मिला दे तो खूब दूध बढ़ता है।
१९. बाँसकी पत्ती आधी छटाँक उबालकर उसमें थोड़ी-सी अजवाइन और गुड़ मिलाकर खिलाने से दूध बढ़ता है।
२०. प्रसवके बाद दूध बंद होकर यदि धन कड़ा हो जाय तो रेड़ोंके पत्तोंसे सेक करना चाहिये।
२१. गायके दूध बढ़नेका सर्वोत्तम तरीका यह है कि गायको उसी साँसे बया जाय जिसको माँ बहुत ज्यादा दूध देनेवाली रही हो।
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