शनिवार, 18 जुलाई 2015

कुछ मित्र हमें ईद की मुबारकबाद दे रहे हैं.

"आज ईद है"
कुछ मित्र हमें ईद की मुबारकबाद दे रहे हैं. कृपया करके हमें कोई भी व्यक्ति यह मुबारकबाद देने का कष्ट ना करे.
हम एक गौ सेवक हैं. सिर्फ़ सनातन धर्म को मानते हैं,अपने देवी देवताओं को और आदि शक्ति को मानते हैं. और गौ सेवा भी सनातन धर्म का ही एक महत्वपूर्ण भाग है.
हमारे शास्त्रों में या किसी भी पौराणिक कथा में इस "ईद" नामक त्योहार का कोई वर्णन नहीं मिलता है और ना ही यह त्योहार हमारे किसी देवी देवता को समर्पित है.
तब हम इसे क्यूँ मनाएँ? और क्यूँ बधाई लें.
जिसको बुरा लगा हो वो हमें मित्र मानना बंद कर सकता है. हमें कोई आपत्ति नहीं होगी.
आपको यह त्योहार मनाना हो तो मनाइए हमें आपत्ति नहीं है.
अगर किसी मित्र को भाई चारे पर भाषण देना हो तो पहले ईद मानने वाले वर्ग से कहिए की वो नवरात्रि भी मनाएँ और भाई चारे को मजबूत करें. आपको जो जवाब वहाँ से प्राप्त होगा वह आपकी खुजली आसानी से मिटा देगा.
जय श्री राम..

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