आध्यात्मिक शोध द्वारा प्राप्त गाय के दूध की निम्नलिखित कुछ प्रमुख विशेषताएं हैं ।
- भारतीय मूल की गायों का दूध सर्वोत्तम सात्त्विक पेयों में से एक है । अन्य देशों की गायों के दूध की सात्त्विकता भारतीय मूल की गायों के दूध की तुलना में ५० प्रतिशत तक अल्प होती है । इस दूध में चैतन्य को आकर्षित और शक्ति की सूक्ष्म-तरंगों को प्रक्षेपित करने की क्षमता होती है ।
- फलस्वरूप जब हम भारतीय मूल की गायों के दूध पीते हैं तो हमारे शरीर की कोशिकाएं इस दूध में विद्यमान सात्त्विकता से संचारित (charge) हो जाती हैं ।
- संस्कृत में एक श्लोक है – आहार शुद्धो सत्व शुद्धो, जिसका अर्थ है, जैसा आहार, वैसे विचार । अतएव सात्त्विक भोजन और पेय ग्रहण करने से, संपूर्ण शरीर की शुद्धि हो जाती है । जिससे हमारे विचारों में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं । सात्त्विक विचार व्यक्ति को केवल धर्माचरण हेतु प्रेरित करते हैं ।
- अन्य किसी भी पशु के दूध की तुलना में भारतीय मूल की गाय का दूध अधिक सात्त्विक होता है ।
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