गाय मनोकामना पूर्ण करती है
भगवान ने गाय को लोक कल्याण के लिए ही बनाया है। वह सभी का हित चाहती है।
भगवान ऐसे प्राणी को परोपकार के लिए आशीष देने का सामर्थ्य प्रदान करता है। गाय मे भी वह सामर्थ्य है।
इस सम्बन्ध मे एक सच्ची घटना कल्याण के (गो सेवा अंक से)
कुछ वर्ष पूर्व एक दिन एक मुसलमान सज्जन श्री गणपति गंगा गोशाला, वृजघाट मे एक ट्रक भुसा लेकर आये।
उन्होंने अपने को नवाब खानदान का मुसलमान बताया।
उनसे पूछा गया की 'वे भुसा किस उद्देश्य से और किसकी प्रेरणा से गोशाला लाये।'
उनके कथनानुसार 'उनकी खानदानी जायदाद का एक मुकदमा लम्बे अरसे से चल रहा था। जायदाद के सम्बन्ध मे मुस्लिम कानून बहुत पेचीदा है और उस मुकदमे का उनको अपनी जिंदगी मे फैसला होने का कोई उम्मीद नही थी।बहुत ही परेशान थे। उन्होंने अपने एक हिन्दू मित्र से अपनी इस परेशानी के हल होने का उपाय पूछा।'
उनके मित्र ने उन्हें सलाह दी कि 'वे गौ सेवा करे, उसका आशीष ले तो उनका काम बन सकता है'।
उन्होंने पूछा की सेवा किस तरह करे तो उनके मित्र ने बताया कि 'गायो के लिए भुसा या हरा चारा दे।'
उन्होंने कहा की यदि मुकदमा उनके हक मे हो जाय तो वे गोशाला जाकर गायो को एक ट्रक भुसा देगे।
उनका कहना था की जिस दिन से उन्हीने यह इरादा किया मुकदमा उनके हक मे जाने लगा और उनके हक मे फैसला हो गया। इसलिए अपना इरादा पूरा करने के वास्ते वे यह भुस लेकर आये है।'
ऐसी है गौ माता की कृपा। आप भी आवारा भटकती गाय को भुसा व पानी की व्यवस्था करे
निश्चित ही गौ माता आपकी हर मनोकामना पूर्ण करेगी।
जय गौमाता जय गोपाल
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