गुरुवार, 7 अप्रैल 2016

गोकृपा महोत्सव।।नन्दगाँव।।8 से 16 अप्रैल 2016

॥ श्री सुरभ्यै नम: ॥
        ॥ जय सियाराम , वन्दे गौ मातरम् ॥
॥ गौमाता राष्ट्रमाता के चरणों में,हमारा कोटी-कोटी वंदन ॥
     गौहत्या का कलंक भारत के माथे से मिटाना हैं ,
          पुनः राष्ट्र को विश्व गुरु बनाना हैँ ।
विश्व की सबसे बडी गौशाला श्री गौधाम पथमेडा जहां लगभग दो लाख देशी गौवंश की सेवा हो रही हैं ।
इस घोर कलीकाल में गौऋषी स्वामी श्री दत्तशरणांनदजी महाराज साक्षात प्रभु श्रीकृष्ण के अवतार हैं , श्रद्धेय स्वामी रामसुखदासजी महाराज के पदचिन्हो पर चलते हुए हम जैसे कंचन कामनी में आशक्त मनुष्यों को गौसेवा में लगा कर हमारा लोक और परलोक दोनों को सुधार रहे हैं ।
गौरक्षा के इस शुभ कार्य में पथमेडा महाराजश्री के साथ श्री मलुकपीठ वाले महाराज श्रीराजेन्द्रदेववाचार्यजी महाराज  बराबर का साथ दे कर एक और एक ग्यारह होते हैं इसे सिद्ध कर रहे हैं ।
1966 में धर्म सम्राट करपात्रीजी महाराज के नेतृत्व में गौहत्या बंदी आंदोलन को 2016 में 50 वर्ष पुरे हो रहे हैं,इस अवसर पर श्री पथमेडा महाराज जी की प्रेरणा से 8/4/2016 से 16/4/2016 तक श्रीमनोरमा गौलोक महातीर्थ में 1008 गौमाताओं के सान्नीध्य में श्री मद् भागवदजी का सस्वर पारायण होगा, गौमाता सुरभी शक्ति पीठ की स्थापना भी होगी, जिससे सभी गौभक्तों को अध्यात्मीक ऊर्जा प्राप्त होगी और इस सात्विक ऊर्जा का उपयोग भारतीय देशी गौवंश के संरक्षण संवर्धन नस्ल सुधार और संपूर्ण राष्ट्र में गौहत्या बंदी कानुन लागु करवाकर गौमाता को राष्ट्र माता के पद पर सुशोभित करने में गौभक्त इस ऊर्जा का उपयोग करेंगे ।
राष्ट्र भक्तों ने 2014 के चुनाव में एक अभियान चला कर देश की बागडोर मोदी जी को सौंप दी हैं, मोदीजी का सौभाग्य हैं की उनके शासन काल 2016 में गौहत्या बंदी आंदोलन की स्वर्ण जयंती मनाई जाएगी, इस शुभअवसर पर मोदीजी को राजधर्म का पालन करते हुए करोड़ों-करोड़ राष्ट्रभक्तों की भावनाओं का सम्मान करते हुए तत्काल प्रभाव से भारतीय देशी गौवंश के संरक्षण संवर्धन नस्ल सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए संपूर्ण राष्ट्र में गौहत्या बंदी कानून लागु करके गौमाता को राष्ट्र माता पद पर सुशोभित करें और राजधर्म का पालन करें ।
2016 की गोपाष्टमी तक मोदीजी के कार्यकाल का आधा समय पुरा हो जाएगा यदी इस समय तक देशी गौवंश की रक्षार्थ कोई संतोषजनक कदम नहीं उठाया गया तो , इसके बाद की स्थीती की पुरी जिम्मेदारी स्वंय मोदीजी की होगी जो राष्ट्र भक्त मोदीजी के हाथ में सत्ता दे सकते हैं वे सत्ता ले भी सकते हैं ।
सावधान , अब राम कृष्ण की भुमी पर गौहत्या बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ,
गौरक्षार्थ हम सर्वस्व बलीदान करने के लिए तैयार हैं ।
मोदीजी से नम्र निवेदन हैं 1966 का आंदोलन दोहराने को मजबूर ना करें । यदी दोबारा आंदोलन हुआ तो गौ विरोधीयो के लिए छुपने की जगह कम पड जाएगी ।।
         हमारा परम धन , गौधन ।
गौवंश की कृपा दृष्टि सभी , गौभक्तों पर सदैव बनी रहे ,
     यही मंगल कामना गौमाता के चरणों में ।
          ॥ गौवंश बचाओ , भारत बचाओ ॥ 
             ॥ जय गौमाता , जय गोपाल ॥

गो कृपा का पाने सन्देश
प्रिये पधारो म्हारे देश।
निवेदक
गोवत्स राधेश्याम रावोरिया

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