शुक्रवार, 30 नवंबर 2018

गौमाता स्वास्थ्य का खज़ाना

गौमाता स्वास्थ्य का खज़ाना

        जैसा की सबको पता है वर्तमान समय मे प्रदूषण काफी बढ़ गया है....और मानव को बिमारियों सो बचने के लिए प्रतिदिन 21% ऑक्सीजन की ज़रुरत होती हैं | यदि शरीरमें #ऑक्सीजन की कमी हो जाती है तो कैंसर हो सकता हैं |  परंतु वर्तमान समय में शहरोंमें बढ़ते प्रदूषणके कारण #14_15% से अधिक ऑक्सीजन नहीं मिल पाता हैं, जिसके कारण शरीर को ना ही ऑक्सीजन मिल पाता है और ना ही शुद्ध रक्त | शरीर की #कोशिकाएँ_तीव्रतासे_मरती हैं , जिनको पूनर्जीवित करना असंभव हैं | तभी आजकल कैंसर जैसे रोग आसानी से हो जाते है लोगो को |

         परंतु गौमाता के #गोबर_में_23%_ऑक्सीजन की मात्रा होती है | गौमाताके #गोबरसे_बनी_भस्म में #45% ऑक्सीजन की मात्रा मिलती है | गौमाता के गोबर में मिट्टी तत्व है यदि आपको शुद्ध मिट्टी चाहिए तो  गौमाता के गोबरसे शुद्ध मिट्टी तत्व का उदाहरण आपको कही नहीं मिलेगा | ऑक्सीजन भी भरपूर है यानी गौमाता के केवल गोबर से ही वायु तत्व की पूर्ति आपकी पूरी हो रही हैं |

      परंतु गौमाता की पूरी शारीरिक संरचना विज्ञान पर आधारित है | जिसके चलते गौमाता जहां निरंतर स्वास भी लेती है वहां से बिमारियों को दूर भगाती है | गौमातासे उत्सर्जित एक एक पदार्थमैं ब्रह्म ऊर्जा,विष्णु ऊर्जा और शिव ऊर्जा भरी हुई हैं | गौमाता को आप चाहे कितने ही प्रदूषित नातावरणमें रख दीजिये या कितना ही प्रदूषित जल या भोजन करा दीजिए गौमाता उस ज़हर रुपी प्रदूषण को दूध,दहि,गोबर,गौमुत्र,या साँस के रुपमें कभी बाहर नही ऊत्सर्जित करती है बल्कि गौमाता उसे अपने शरीरमें ही धारण कर लेती हैं | आपको जो भी देगी वह विशुद्ध ही देगी |

         गौमाताके दूध में #अग्नि_तत्व होता है तथा ईस दूध के भीतर #85%_जल तत्व है , जो आपको #कोलेस्ट्रॉल_मधुमेह_ऊच्चरक्त चाप जैसे रोगो से बचाता हैं, जबकी #भैंस आदी के दूधमे #जल तत्व की कमी होने के कारण आपको यह रोग हो सकते हैं | 
          गौमाता के #दही में#60% जल तत्व है और गौमाताकी #छाछ तो दहीं से भी #400 गुना ज्यादा लाभकारी हैं | गौमाता के #मक्खनमें 40% जल तत्व है  और मक्खन #ब्रह्म_ऊर्जा से भरपूर होता बै | जिसके कारण हमारे भीतर #सत्वगुण आता हैं , यदी ब्रह्म ऊर्जा हमें नही मिलती तो हमारे मे सत्वगुण नही आ पाता और ईसके कारण संवेदनशीलता शून्य हो जाती हैं | 
#पशुओके दूध में ब्रह्मतत्व नही होता तभी भैंस के दूध को पीने से बूद्धिमें जड़ता आती हैं |

     अब आप ही सोचिए की हमैं कीसका दूध दहीं आदी का सेवन करना चाहिए????? और अपने घरमें, अथवा घरोंके आसपास कीसे रखना चाहिए????? आज शहरो मै गौमाता की कमी है ईस कारण शहरों मे बिमारियों ने घर बना लिया है तभी तो आज भी गांव की हवा शुद्ध है क्योकी वहां गौमाता स्वछंदता से स्वास लेती है।

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