गौ माता का जीवन पूरी पृथ्वी के जीवन से जुडा है…
क्या आपको पता है…
रूस के वैज्ञानिकों की रिसर्च से ये साबित हुआ है की यदि देसी गौ के गोबर से बने कंडे पर चावल और एक चम्मच देसी गाय के घी की आहूती दी जाती है तो एक टन ओजोन वायू बनती है…
1 किलो ओजोन वायू = 1 टन आक्सीजन होती है…
रूस के वैज्ञानिकों की रिसर्च से ये साबित हुआ है की यदि देसी गौ के गोबर से बने कंडे पर चावल और एक चम्मच देसी गाय के घी की आहूती दी जाती है तो एक टन ओजोन वायू बनती है…
1 किलो ओजोन वायू = 1 टन आक्सीजन होती है…
ऐसी एक टन ओजोन वायू हमारे भूमंडल की औजोन परत को मजबूत करती है…
आज जहाँ कैमिकल के बम बनाकर ओजोन परत को तोडा जा रहा है ये वही ओजोन परत है जिसके कारण सूरज की किरणें हम पर सीधे नहीं पडती इससे छनने के कारण वो किरणें हमारे लिए शितल हो जाती हैं कितने दूर दर्शी थे हमारे भारत के ऋषि मुनी जो पहले से ही हवन में गो माता के कंडे उपयोग किये जाते थे और उनका घी और चावल का उपयोग हवन में किया जाता था…
आज जहाँ कैमिकल के बम बनाकर ओजोन परत को तोडा जा रहा है ये वही ओजोन परत है जिसके कारण सूरज की किरणें हम पर सीधे नहीं पडती इससे छनने के कारण वो किरणें हमारे लिए शितल हो जाती हैं कितने दूर दर्शी थे हमारे भारत के ऋषि मुनी जो पहले से ही हवन में गो माता के कंडे उपयोग किये जाते थे और उनका घी और चावल का उपयोग हवन में किया जाता था…
गौ माता के ताजे गोबर का एक दो चम्मच रस यदि गर्भवती महिला को प्रसूती के समय पिला दिया जाये तो बिना ओपरेशन के बिना दर्द के आराम से डिलिवरी हो जाती है…
गौ माता के गौमुत्र से खासी सर्दी, जुखाम और कफ संबंधी 80 प्रकार कि बिमारियाँ दूर हो जाती हैं यदि रोज गोमुत्र थोडा थोडा पिया जाये तो बहुत लाभ होता है…
देसी गौ माता के दूध में ही स्वर्ण शार पाये जाते हैं इसलिए गौ माता का दूध हल्का पीला भी होता है… क्योंकी गौ ही एक ऐसा प्राणी है जिसमें सूर्य केतू नाडी होती है जो सूर्य की किरणों में से पौशक तत्वों को लेकर उसे दूध में परिवर्तित कर देती है…. गौ माता का दूध पृथ्वी पर का अमृत बताया गया है वेदों में…
परंतु आज
गौमाता को कितनी बेरहमी से मारा जाता है…
गरम सलाखों से उनके सींगों को उखाडा जाता है…
100 डिग्री गरम पानी यदि हाथ पर पड जाये तो जल जाता है । गौ माता पर 200 डिग्री गरम पानी डाला जाता है…. उनकी चमडी छाले छाले हो जाती है…
गौमाता को कितनी बेरहमी से मारा जाता है…
गरम सलाखों से उनके सींगों को उखाडा जाता है…
100 डिग्री गरम पानी यदि हाथ पर पड जाये तो जल जाता है । गौ माता पर 200 डिग्री गरम पानी डाला जाता है…. उनकी चमडी छाले छाले हो जाती है…
फिर उन्हें उल्टा लटकाकर गर्दन पर हल्का सा चीरा मारा जाता है… जिससे उनका काफी खून निकलता है…
फिर जिवित गौ माता की चमडी खींचकर उखाड दी जाती है….
एक मूँक प्राणी को इतना सताकर मारा जाता है उनकी खाल से चमडे के सामान जूते बैल्ट आदि बनाये जाते हैं…
वैज्ञानिकों का मानना है जब गौ माता को मारा जाता है तो उन के मुख से एक प्रकार की चित्कार निकलती है वो चिख से भू गर्भ में कंपन अर्थात भूकंप, समुद्रि तूफान… बाड आदि प्राकृतिक आपदाएँ अपने आप आ जाती हैं…
वैज्ञानिकों का मानना है जब गौ माता को मारा जाता है तो उन के मुख से एक प्रकार की चित्कार निकलती है वो चिख से भू गर्भ में कंपन अर्थात भूकंप, समुद्रि तूफान… बाड आदि प्राकृतिक आपदाएँ अपने आप आ जाती हैं…
भगवान ने गौ माता का दूध घी मक्खन भी तो बनाये हैं भगवान ने स्वास्थय केलिए फल दूध, काजू, बादाम भी तो बनाये हैं.. फिर नर रूप में राक्षस बने मनुष्य गौ माँस ही क्यों खाते हैं…
पर अब गौ माता को खाने वाले लोगों के लिए एक खुशखबरी है भारत के एक साँईंस स्टूडेन्ट ने ऐसा इंजेक्शन खोज लिया है जिससे गौ माता को तो कोई हानी नहीं होगी पर उस इंजेक्शन के लगाने के बाद जब गौ माता मरेगी उसका माँस यदि कोई खायेगा तो वो 4 घंटे से ज्यादा जिंदा नहीं रह पायेगा… और इसका इस्तेमाल भी शुरु कर दिया है…
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