बुधवार, 5 मार्च 2014

!!जन जन का सरोकार गौ रक्षा हेतु !!

                               !!जन जन का सरोकार गौ रक्षा हेतु !!
ध्रव सत्य ! जबतक समस्त भारत देश में जन - जन के मानस में गोपालन, गोभक्ति पूर्ण रूप से नहीं जाग्रत होगी, तब तक इस राष्ट्र का कल्याण सर्वतोभावेन नहीं हो सकता। इसे चाहे अभी समझें या राष्ट्र की पूरी दुर्दशा हो जाने के बाद ही समझें। आज कितनी दयनीय स्थिति इस देश की हो रही है ? क्या यह किसी से छिपी है ? इतना गिरा हुआ मानवता का आदर्श इस राष्ट्र का कभी नहीं था, जो आज सामने दिखाई दे रहा है। इसका मूल कारण गोमाता की उपेक्षा ही तो है। जबतक गोहत्या बंद न होगी देश कभी सुसमृद्द नहीं हो सकता, चाहे लाखों योजनाएँ बनती रहें। भगवान से प्रार्थना यही है कि वे हमें सद्बुद्दि प्रदान करे,जिससे क्षुद्र स्वार्थ का परित्याग कर गोमाता की उपयोगिता को समझ कर हम सभी राष्ट्र के कल्याण की ओर अग्रसर हो सकें। अंत में यही राष्ट्र के लिए मंगल कामना है।क्या आपका मत है गौ हत्या हो नहीं तो फिर आइये अपना समर्थन ८ सितम्बर को जंतर - मंतर पर होने वाले राष्ट्र व्यापी गोरक्षा आन्दोलन को जरूर दीजिये सायद जाने - अनजाने हुए गौ अपराधो को कम करने में हम स्वयंग ही सहायक हो सकें। उठो - जागो - भागो अपने लक्ष की ओर ---देश भर के सच्चे गौभक्त मित्रो --- इस वक्त मानव जाति के स्वयं के कल्याण हेतु, विश्व की रक्षा हेतु, पर्यावरण के बचाव के लिये, विश्व को दिशा देने हेतु, यग्य संस्कृति को बनाये रखने हेतु तथा समग्र, अक्षय विकास के लिये गाय ,गौवंश के संवर्धन की नितान्त आवश्यकता है ।गायों की प्रचूरता के कारण ही भारतभूमि यज्ञभूमि बनी है, गो-विज्ञान को पुन: जागृत कर जन -जन में प्रचारित करने की अनिवार्यता है । गो आधारित संस्कृति के विकास के लिये गो-केन्द्रित जीवन पद्धति को विकसित करना होगा । प्रत्येक घर में गाय का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना आवश्यक है । गाय के सान्निध्य मात्र से ही जीवन शरीर, मन, बुद्धि के साथ ही आध्यात्मिक स्तर पर पवित्र व शुद्ध हो जायेगा । प्रतिदिन कटती लाखों गायों के अभिशाप से बचने के लिये शासन पर दबाव डालकर गो-हत्या बंदी करवाने का प्रयास तो आवश्यक है ही किन्तु उससे भी बडी आवश्यकता है प्रत्येक के दैनंदिन जीवन में गाय प्रमुख अंग हो । घर - घर में गौपालन हो । अपने हाथ से गोसेवा करने का सौभाग्य हर परिवार को प्राप्त हो । प्रत्यक्ष जिनके भाग्य में यह गोसेवा नहीं वे रोज गोमाता का दर्शन तो करें । मन ही मन पूजन, प्रार्थना करें व प्रतिदिन अपनी आय का कुछ भाग इस हेतु दान करें । किसी ना किसी रूप में गाय हमारे प्रतिदिन के चिंतन, मनन व कार्य का हिस्सा बनें । यही मानवता की रक्षा का एकमात्र उपाय है । क्या आप भारत प्रेमी हमारी बातो से सहमत है तो ! लगायें मुहर। इसी सर्वजन हितकारी विषय पर हम दिल्ली में एक वृहद गौरक्षा आन्दोलन 8 सितम्बर को जंतर - मंतर पर आयोजित किये है। जहां देश भर के गौभक्त, गौ विषयक विद्वान, बड़े - बड़े जगद्गुरु, महामण्डलेस्वर, संत महंत, हमारे जैसे गौचरणो के दास भी सामिल होंगे, और एक वीशाल मंच से गौ भक्त मीडिया के माध्यम से देश की सरकार और गौ हत्यारों को एक सन्देश देंगे की इस पवित्र ऋषि - मुनियों के देव भूमि में हम गौहत्या नहीं होने देंगे।गौ हत्यारों को देश छोड़ कर जाना ही होगा नहीं तो गौहत्या से करे तोबा ..जो लोग जुड़ना चाहे या किसी प्रकार की सहायता कर सकते है।
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