!! गौ कथा गौ गीत !!
हम हिन्द देश के वासी हैँ, हिन्दी से प्रेम हमारा है ।
गर
आँच देश पर आयी तो , धन
की क्या औकात यहाँ हम अपना शीश कटा देँगेँ.
हे
हिन्द देश के हिन्दजनोँ गौ हत्या को तुम बन्द करो, वो है देवो की भी जननी सारे ब्रह्माण्ड
की माता है।
हम
गौ माता के सेवक हैँ , उनका
सम्मान बचायेँगेँ ।
फिर
मत कहना तुम गद्दारो हिन्दू आतंकी हो रहे हैँ ।
माँ
का सम्मान बचाने को हर बालक है तैयार यहाँ ।
हम
हिन्द देश के वासी हैँ , हिन्दी
से प्रेम हमारा है।।
!! गौ गीत !! 2 --
गाय
कहूँ या तुझ को माय ? आबाल - वृद्ध हम सब की जीवन भर की धाय
तेरा
मूत्र और गोबर भी पावे सो तर जाये |घर
ही नहीं खेत की भी तू सब की सहाय |
न्योछावर
है उस पशुता पर यह नरता निरुपाय, आ हम दोनों आज पुकारे कहा कन्हैया हाय
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