गुरुवार, 28 अगस्त 2014

स्वप्र में गौ दर्शन का फल


स्वप्र में गौ दर्शन का फल 

स्वप्र में गौ अथवा सांड के दर्शन से कल्याण-लाभ एवं व्याधि-नाश होता है इसी प्रकार स्वप्र में गौ के थन को चूसना भी श्रेष्ठ माना गया है 
स्वप्र में गौ का घर में ब्याना,बैल अथवा सांड की सवारी करना, तालाब के बीच में घृत-मिश्रित खीर का भोजन भीं उत्तम माना गया है
इनमें से घी सहित खीर का भोजन तो राज्य-प्राप्ति का सूचक माना गया है इसी प्रकार स्वप्र में ताजे दुहे हुए फेन सहित दुग्ध का पान करने वाले को अनेक भोगों की तथा दही के देखने से प्रसन्नता की प्राप्ति होती है
जो बैल अथवा सांड से युक्त रथ पर स्वप्र में अकेला सवार होता है और उसी अवस्था में जाग जाता है, उसे शीघ्र धन मिलता है
स्वप्र में दही मिलने से धन की, घी मिलने से यश की और और दही खाने से यश की प्राप्ति निश्चित है
इसी प्रकार यात्रा आरम्भ करते समय दही और दूध का दीखना शुभ माना जाता है
स्वप्र में सभी काली वस्तुओं का दर्शन निन्ध माना गया है, केवल कृष्णा गो का ही दर्शन शुभ होता है

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