गाय हमारे जीवन के लिए अत्यंत लाभ देने वाली है और गाय से ही हर मनुष्य का जीवन हुआ है
गाय को हम अपनी जीवन की रेखा कहा करते हैं पर अपनी ही जीवन रेखा को हम संभाल नहीं पा रहे हैं
आज-कल हम नेट पर,अखबारों में, टीवी चैनलों आदि पर देखते हैं कि कैसे हजारों गाय काटी जा रही हैं और हम मुँह ताके देख रहे हैं
आखिर हम और हमारी सरकार कब समझेंगे कि गाय कोई मामूली जानवर नहीं है जिसे हम काटने दें
शास्त्रों में कहा गया है कि गाय के शरीर में ३३ करोड़ देवता निवास करते हैं और यह बात सभी {विशेषकर हिन्दुओं} को पता है फिर भी हम गाय को नहीं बचा पा रहे हैं।
दरअसल बात यह है कि हम अपने आपको कमजोर समझ रहे हैं
और सही बात यह है कि हम किसी से कम नहीं हैं फिर भी पता नहीं क्यों हाथ-पर-हाथ रखकर बैठे हुए हैं
हिन्दुओं जागो वरना अंजाम क्या होगा ये तो वक्त बताएगा और अब भी बता रहा है
गाय को हम अपनी जीवन की रेखा कहा करते हैं पर अपनी ही जीवन रेखा को हम संभाल नहीं पा रहे हैं
आज-कल हम नेट पर,अखबारों में, टीवी चैनलों आदि पर देखते हैं कि कैसे हजारों गाय काटी जा रही हैं और हम मुँह ताके देख रहे हैं
आखिर हम और हमारी सरकार कब समझेंगे कि गाय कोई मामूली जानवर नहीं है जिसे हम काटने दें
शास्त्रों में कहा गया है कि गाय के शरीर में ३३ करोड़ देवता निवास करते हैं और यह बात सभी {विशेषकर हिन्दुओं} को पता है फिर भी हम गाय को नहीं बचा पा रहे हैं।
दरअसल बात यह है कि हम अपने आपको कमजोर समझ रहे हैं
और सही बात यह है कि हम किसी से कम नहीं हैं फिर भी पता नहीं क्यों हाथ-पर-हाथ रखकर बैठे हुए हैं
हिन्दुओं जागो वरना अंजाम क्या होगा ये तो वक्त बताएगा और अब भी बता रहा है
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